शिवराज सरकार (Shivraj Singh Chouhan) ने बड़े तामझम से इसी साल (Madhya Pradesh) नल जल योजना लॉन्च की. इसका टैग लाइन है- घर घर नर्मदा, हर हर नर्मदा. लेकिन हकीकत क्या है इसे देखना है तो चले आइए जबलपुर के ही देवरी नवीन ग्राम पंचायत इलाके में.
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यहां पानी की किल्लत (Water Crisis) का आलम ये है कि लोगों को प्राइवेट बोरवेल से पानी लेने के लिए घंटों लाइन लगना पड़ता है. लेकिन तब भी पानी तभी मिल पाता है जब प्रति परिवार 100 रुपये का भुगतान हो. वो तो भला हो गांव के सरपंच का.जो इसमें से 50 रुपये का भुगतान अपनी ओर से कर रहे हैं.
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हालातों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिन मासूम हाथों में कॉपी-किताब होने चाहिए थे वो हाथ कुएं के पानी से भरी बाल्टियों को खींचने में मशक्कत कर रहे हैं. स्थानीय व्यक्तियों ने बताया कि जैसे-तैसे जो पानी उपलब्ध भी हो रहा है वो पीने लायक नहीं है. अगर उस पानी को भी नहीं पिएंगे तो प्यासे मर जाएंगे.