Droupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को गृह राज्य ओडिशा (Odisha) के दौरे पर अपनी कई पुरानी यादों को ताजा किया. जिसमें से सबसे यादगार लम्हा उनके लिए तब रहा, जब वो अपने स्कूल और हॉस्टल (School-hostel) पहुंची. पढ़ाई के दौरान साबत आदिवासी हॉस्टल में मुर्मू चार साल रही थीं, यहां वो एक कमरे में चारपाई पर बैठीं और उस पल को याद कर भावुक हो गईं, जब वो अपने छात्र जीवन के दौरान ऐसी ही चारपाई पर सोया करती थीं.
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छात्र जीवन की इन यादों के बीच मुर्मू का दौरा तब और दिलचस्प हो गया, जब उन्होंने अपनी 13 सहपाठियों से मुलाकात की और पुराने पलों को फिर से जिया. सहपाठियों के अलावा राष्ट्रपति ने अपने स्कूल में पढ़नेवाले बच्चों और शिक्षकों से मुलाकात की.
इस दौरान राष्ट्रपति ने अपने स्कूली दिनों पर बात करते हुए कहा कि गांव में पहले स्कूल की कोई इमारत नहीं थी बल्कि फूस की एक झोपड़ी थी जहां हम पढ़ाई करते थे. हम कक्षाओं में झाडू लगाते थे, स्कूल परिसर को गाय के गोबर से लीपते थे. मौजूदा दौर के बच्चों को ‘‘खुशनसीब'' बताते हुए उन्होंने कड़ी मेहनत और पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी.
बता दें कि राष्ट्रपति ने शुक्रवार को दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत अपने स्कूल से की, जहां पहुंचते ही भव्य स्वागत हुआ. रेड कार्पेट की दोनों ओर खड़े छात्र-छात्राओं ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया. रेत पर उनकी तस्वीर बनी दिखी, जिसे देख मुर्मु ने काफी खुशी जताई. फिर मुर्मु के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों ने परफॉर्म भी किया. इस दौरान छात्राओं ने मुर्मु की एक तस्वीर बनाकर उन्हें तोहफे में दी. इस दौरे को लेकर राष्ट्रपति ने खुद ट्वीट कर खुशी जताई, उन्होंने लिखा कि इस दौरे ने मेरे छात्र जीवन की कई यादें ताजा कर दी.