मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी (Missionaries of Charity) के किसी भी बैंक अकाउंट्स को सीज नहीं किया गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के एक दावे पर गृह मंत्रालय (Home Ministry) की तरफ से यह जवाब आया है. बयान में कहा गया है कि मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी के किसी भी अकाउंट को फ़्रीज़ नहीं किया गया है. भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने सूचना दी है कि मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी ने ख़ुद ही ऐसा करने के लिए SBI से अनुरोध किया है.
इससे पहले ममता बनर्जी ने हैरानी जताते हुए कहा था, "यह सुनकर हैरानी हुई कि यूनियन मिनिस्ट्री ने क्रिसमस के दिन भारत में मदर टेरेसा की मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए है. इससे मिशनरीज के 22 हजार मरीजों और कर्मचारियों के पास न खाना बचा है, न दवा. कानून भले ही सबसे ऊपर है, लेकिन मानवीय प्रयासों से भी समझौता नहीं किया जाना चाहिए."
वहीं मिशनरीज ने मामला बढ़ता देख अपनी तरफ से एक स्पष्टीकरण पत्र जारी किया है. इसमें उन्होंने अपने शुभचिंतकों का धन्यवाद देते हुए उन्हें क्रिसमस और नए साल की शुभकामनाएं दी है. उन्होंने आगे लिखा है, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमारे चैरिटी के किसी भी बैंक अकाउंट्स को सीज नहीं किया गया है. ना ही गृह मंत्रालय की तरफ से ऐसा कोई आदेश जारी किया गया है. हमें बताया गया था कि हमारा FCRA रजिस्ट्रेशन को रीन्यू करने का आवेदन अप्रूव नहीं किया गया है. इसलिए ऐहतियातन हमने अपने सभी अकाउंट्स को ऑपरेट नहीं करने के लिए कहा है.