आजम खान (Azam Khan) शुक्रवार को जब 27 महीने की जेल काटकर बाहर आए तो बेहद भावुक दिखे. बोले, 'मुझे इतना कोरोना हुआ, मैं तब भी नहीं मरा, मेरे चाहने वालों ने कोशिश बहुत की...मैं तब भी जिंदा हूं'. सीतापुर जेल (Sitapur Jail) से बाहर आने के बाद उन्होंने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मुझे एनकाउंटर की धमकी दी गई है. मैंने हमेशा अपने ईमान को साबित करने की कोशिश की है. मुझे सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से न्याय मिला है.
योगी सरकार को मुझसे इतनी नफरत क्यों?
आजम खां ने कहा हमारे साथ जेल में जो भी हुआ, वह हमारे चेहरे से नजर आ रहा होगा. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार को हमसे इतनी नफरत क्यों है, मैं ये समझ नहीं पा रहा हूं. विधानसभा में मुलाकात हुई तो पूछूंगा कि मुझसे इतनी नफरत क्यों है?
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फांसीघर के पास थी आज़म की कोठरी
आजम बोले, 'जेल में मुझे सजायाफ्ता कैदी की तरह रखा गया. इस दरख्त की जड़ में जहर डालने वाले लोग अपने हैं. हम आपके सामने जिंदा खड़े हैं ये किसी आश्चर्य से कम नहीं है. हमें जहां रखा गया था उस कोठरी में अंग्रेजों के जमाने में उन लोगों को रखा जाता था जिन्हें दो-तीन दिन बाद फांसी होनी होती थी. हमारी कोठरी के पास ही फांसीघर था. रात होती थी तो सुबह का तसव्वुर करते थे और सुबह होती थी तो रात का इंतजार. वहीं अखिलेश पर बिना नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि जो जेल में मिलने आए, उनका शुक्रिया. उनका भी शुक्रिया जो मुलाकात करने नहीं आए.