इतने सालों की राजनीति में कम ही देखा गया है कि किसी प्रधानमंत्री के परिवार के लोग केंद्र सरकार के खिलाफ घरने पर बैठे हो. जी हां हम सही कह रहे है यकीन करना थोड़ा सा मुश्किल है. लेकिन ये सही है.
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जंतर-मंतर पर दिया धरना
पीएम मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी (Prahlad Modi) केंद्र सरकार के विरोध पर उतर आए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई और ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन (AIFPSDF) के उपाध्यक्ष प्रह्लाद मोदी ने जंतर-मंतर पर मंगलवार को धरना दिया. संगठन की मांगों को लेकर प्रह्लाद मोदी और अन्य सदस्य जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए और जमकर नारेबाजी की.
प्रह्लाद मोदी ने कहा कि एआईएफपीएसडीएफ (AIFPSDF) का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi)से मिलेगा और पीएम को एक ज्ञापन सौंपेगा. दरअसल विरोध का पूरा कारण क्या है वो भी आपको बता देते हैं. जिस कारण से प्रह्लाद मोदी को केंद्र सरकार के खिलाफ उतरना पड़ा.पूरा मामला कुछ यू समझिए. एआईएफपीएसडीएफ की नौ मांगें हैं.
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पश्चिम बंगाल मॉडल' लागू करने की मांग
इनमें उचित दर की दुकानों से बेचे जाने वाले चावल, गेहूं और चीनी के साथ ही खाद्य तेल और दालों पर होने वाले नुकसान के लिए मुआवजे की मांग भी शामिल है . इसके अलावा वे मुफ्त वितरण के ‘पश्चिम बंगाल राशन मॉडल’ (West Bengal ration model) को देश भर में लागू किए जाने की मांग भी कर रहे हैं.
इस दौरान प्रहलाद मोदी ने कहा कि ‘राशन डीलर को जो कमीशन दिया जा रहा है, वह कम है कई बार हम लोगों द्वारा मांग की गई लेकिन ध्यान नहीं दिया गया . कोरोना के वक्त भी राशन डीलरों ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों तक राशन पहुंचाया तो उन्हें भी कोरोना वॉरियर (corona warriors) घोषित किया जाए.