दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता हर साल की तरह खराब होने लगी है. मंगलवार को सुबह 7 बजे दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 245 दर्ज किया गया है, जिसे खराब श्रेणी में माना जाता है. वहीं सोमवार को फरीदाबाद NCR के सबसे प्रदूषित शहर रहा, यहां AQI 286 था. इसके अलावा नोएडा और ग्रेटर नोएडा NCR के दूसरे सबसे प्रदूषित शहर रहे. यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 254 रहा. देश का सबसे प्रदूषित शहर भी दिल्ली के पास ही है. मेरठ का AQI 333 था, जो सबसे प्रदूषित शहर रहा. उसके बाद मुजफ्फरनगर, यहां AQI 314 रहा.
बता दें दिवाली से पहले ही दमघोंटू हवा और प्रदूषण के चलते लोग परेशान होने लगे हैं. खबर है कि आने वाले 6 दिनों तक इसमें सुधार होने के कोई आसार नहीं हैं. अब जब दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवाओं में जहर घुलने लगा है तो सोचिए आने वाले समय में दिल्ली और आसपास के इलाकों की हालत क्या रह जाएगी. हालांकि पिछले साल की तरह इस साल भी दिल्ली में पटाखों पर रोक है.
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वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए दिल्ली सरकार मंगलवार से खेतों में पूसा के जैव-अपघटक घोल का छिड़काव शुरू करेगी. पूसा बायो डीकंपोजर’ एक घोल है, जो धान की पराली को 15-20 दिनों में खाद में बदल देता है. पिछले साल दिल्ली में 844 किसानों की 4,300 एकड़ जमीन पर इसका छिड़काव किया गया था.
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