एक तरफ जहां गर्मी का सितम जारी हैं वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में गहराए बिजली संकट ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है. रिपोर्ट्स की मानें तो फिलहाल प्रदेश की चार उत्पादन इकाइयां ठप हैं जिसकी वजह से 1,925 मेगावाट बिजली उत्पादन कम हुआ है.
पावर कॉर्पोरेशन ग्रामीण इलाकों में ढाई घंटे से ज्यादा की बिजली कटौती कर रहा है जिसके चलते कस्टमर्स और किसानों में सिंचाई के लिए भारी संकट है. आंकड़े के मुताबिक इस समय यूपी में पीक मांग करीब 28 हजार मेगावाट की जबकि उपलब्धता 26,317 मेगावाट ही है.
15 अगस्त के बाद से ही मेजा की उत्पादन इकाई नंबर दो में 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन पर पूरी तरह से रोक लगी है. इसके अलावा बीटीपीएस, ललितपुर और हरदुआ की यूनिटों में भी या तो उत्पादन ठप है या फिर मांग के हिसाब से बेहद कम किया जा रहा है.
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