उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों में हर रोज राष्ट्रगान ( national anthem ) को अनिवार्य कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड ( UP Madrasa Board ) के रजिस्ट्रार एसएन पांडे ने 9 मई को सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को इस बारे में आदेश जारी किया है.
पांडे ने बताया कि रमजान माह के दौरान मदरसों में 30 मार्च से 11 मई तक छुट्टियां थी और 12 मई से नियमित क्लास शुरू हुईं, इसलिए यह आदेश 12 मई से लागू हो गया है.
आदेश में कहा गया है कि राज्य के सभी मान्यता प्राप्त अनुदान वाले और गैर अनुदान वाले मदरसों में आने वाले शैक्षणिक सत्र से क्लास शुरू होने से पहले अन्य दुआओं के साथ राष्ट्रगान का गायन अनिवार्य रूप से करना होगा. आदेश सही तरह से लागू हो रहा है, यह पता करने के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नियमित तौर पर निगरानी करेंगे.
शिक्षक संघ मदारिस अरबिया के महामंत्री दीवान साहब जमां खां ने बताया कि मदरसों में कक्षा शुरू होने से पहले आमतौर पर हम्द (अल्लाह की तारीफ) और सलाम (मोहम्मद साहब का अभिवादन) पढ़ा जाता था. कुछ जगहों पर राष्ट्रगान भी गाया जाता था लेकिन यह अनिवार्य नहीं था लेकिन अब इसे अनिवार्य कर दिया गया है.
गौरतलब है कि प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने पिछले महीने मदरसों में राष्ट्रवाद की शिक्षा देने पर जोर दिया था. विभागीय राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ( Danish Azad Ansari ) ने भी कहा था कि सरकार चाहती है कि मदरसे के छात्र 'देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत' हों.
उत्तर प्रदेश में इस वक्त कुल 16461 मदरसे हैं, जिनमें से 560 को सरकार से अनुदान मिलता है.