देश के सबसे अमीर व्यक्ति (Richest Person in the Country) और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी (Chairman and Managing Director of Reliance Industries Mukesh Ambani) का सालाना पैकेज (Yearly Package) 15 करोड़ रुपए का है. लेकिन खास बात यह है कि उन्होंने लगातार दूसरे साल 1 रुपए सैलरी भी नहीं ली. इसकी वजह जानकर आप चौक जाएंगे. रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुताबिक 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष में उन्होंने अपनी कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है. उन्होंने कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते व्यापार और अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के चलते स्वेच्छा से अपना पैकेज छोड़ दिया.
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अपनी ताजा वार्षिक रिपोर्ट में रिलायंस (Latest Annual Report of Reliance) का कहना है कि वित्त वर्ष 2020-21 में अंबानी का पारिश्रमिक 'शून्य' (Ambani Remuneration Nil) था. असल में जून, 2020 में मुकेश अंबानी ने खुद ही वित्त वर्ष 2020-21 में सैलरी नहीं लेने का ऐलान किया था. इसके पीछे तर्क था कि कोरोना महामारी के चलते देश के सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ा है. लेकिन उन्होंने लगातार दूसरे साल यानी 2021-2022 में भी कोई सैलरी नहीं ली. इतना ही नहीं इन दोनों वर्षों के दौरान मुकेश अंबानी ने बतौर चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कंपनी से किसी अन्य तरह का लाभ भी नहीं लिया. मुकेश अंबानी की सैलरी बीते करीब 15 सालों से इसी स्तर पर बना हुआ है.
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हालांकि अंबानी के चचेरे भाई निखिल और हिताल मेसवानी (Ambani Cousins Nikhil and Hital Meswani) का पारिश्रमिक 24 करोड़ रुपए पर बरकरार रहा. लेकिन इस बार इसमें 17.28 करोड़ रुपये का कमीशन शामिल है. वहीं मुकेश अंबानी की पत्नी और कंपनी के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक नीता अंबानी (Non-Executive Director on the company Board Nita Ambani) ने हर बैठक के लिए 5 लाख रुपए और 2 करोड़ रुपए का कमीशन मिला. जबकि पिछले साल उन्हें हर बैठक के लिए 8 लाख और 1.65 करोड़ रुपए का कमीशन मिला था. जबकि सभी स्वतंत्र निदेशकों (Independent Directors) को 2 करोड़ रुपए का कमीशन मिला.