शिवसेना (Shiv Sena) के सीनियर नेता संजय राउत (Sanjay Raut) को 9 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ( Directorate of Enforcement) ने रविवार को हिरासत में ले लिया. राउत के घर से ED ने 11.50 लाख रुपये भी जब्त किए हैं. इस मामले में उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिख रही है. वहीं संजय राउत ने वकील ने दावा किया है कि उनको सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया गया है, हिरासत में नहीं लिया गया है. ईडी दफ्तर पहुंचने के बाद राउत ने कहा कि महाराष्ट्र को कमजोर करने की कोशिश हो रही है, लेकिन वह झुकेंगे नहीं.
बता दें कि ईडी ने संजय राउत के घर पर छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में की थी. रविवार को ED की टीम सुबह 7 बजे राउत के भांडुप स्थित घर पर पहुंची थी. इसके बाद शाम करीब 4 बजे उन्हें हिरासत में लिया गया. इसके बाद उनके घर के बाहर काफी हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ. उनके समर्थकों ने ED का रास्ता रोक लिया. संजय राउत को जब ED की टीम अपने दफ्तर ले जा रही थी, तब उन्होंने हवा में भगवा रंग का गमछा लहराया. बता दें कि ईडी का कहना है कि राउत पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, जब उन्हें जांच एजेंसी ने अपने साथ ED ऑफिस चलने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वे मौजूदा सांसद हैं. उन्होंने 7 अगस्त तक का समय मांगा लेकिन ईडी उन्हें अपने साथ ले गई. इससे पहले 27 जुलाई को ईडी ने मामले में राऊत को समन भेजकर पूछताछ के लिए हाजिर रहने को कहा था, लेकिन भी राउत पेश नहीं हुए थे.
क्या है पात्रा चॉल घोटाला?
बता दें कि ईडी संजय राउत से 1000 करोड़ के पात्रा चॉल घोटाला ((Patra Chawl Scam) में पूछताछ कर रही है. पात्रा चाल का विकास करने में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था, ये कंपनी HDIL की सिस्टर कंपनी है.राकेश वधावन, सारंग वधावन और प्रवीण राउत (Praveen Raut) HDIL में भी डायरेक्टर थे. जांच के दौरान पता चला की प्रवीण राउत की पत्नी के बैंक से संजय राउत की पत्नी के बैंक खाते में 55 लाख रुपये भेजे गए जिसका इस्तेमाल राउत परिवार ने दादर (Dadar) में एक फ़्लैट लेने के लिए किया था. प्रवीण राउत को संजय राउत का करीबी माना जाता है.