Jammu-Kashmir: मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है...ये कहावत आपने अक्सर सुनी होगी. अब इस कहावत को सच कर दिखाया है, जम्मू कश्मीर में रहने वाली एक दिव्यांग महिला सदफ ने. सदफ ने अपने हौसलों के बूते अपना खुद का बिजनेस स्टेब्लिश कर दिखाया है.
अब वो ना केवल वह अपने पैरों पर खड़ी है. बल्कि वो अपने साथ दर्जनों लोगों को रोजगार भी दे रही है.सदफ की ये उपलब्धि इसलिए भी खास हैं, क्योंकि मसाला पाउडर का बिजनेस करने से पहले सदफ मानसिक तनाव और डिप्रेशन से गुज़र रहीं थी.
उनका कहना है कि "अपने हालात से टूट कर वह डिप्रेशन का शिकार हो गई थी. लेकिन उनके पिता ने उन्हें इस डिप्रेशन से निकलने में मदद की और फिर आज वह इस मकाम पर हैं कि उनके साथ दर्जनों लोगों का परिवार फल-फूल रहा है."