अमरनाथ गुफा (Amarnath cave) के करीब बादल फटने (Cloud burst) की घटना में अब तक 16 श्रद्धालुओं (pligrims) के मौत हो गई है. वहीं, 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जबकि करीब 40 लोग लापता (missing) बताए जा रहे हैं. फिलहाल मौके पर सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ (Army, NDRF, SDRF) समेत कई टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं. इस प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) में तेलंगाना के बीजेपी विधायक टी राजा सिंह (Telangana bjp mla raja singh) बाल-बाल बच गए.
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समय रहते पहाड़ी से उतरे
अपनी आपबीती सुनाते हुए बीजेपी विधायक ने कहा कि हमने और परिवार के सदस्यों ने मौसम बिगड़ने से पहले पहाड़ियों से उतरने के लिए खच्चरों (Ponies) का इस्तेमाल किया. 'हमने महसूस किया कि मौसम अचानक बदल गया है और बिगड़ गया है. ऐसे में हेलिकॉप्टर सेवा (Helicopter service) भी रद्द कर दी जाएगी. इसलिए हमने खच्चरों का इस्तेमाल कर पहाड़ियों पर से उतरने का फैसला किया'.
बादल फटते देखा
राजा सिंह ने कहा- मैंने पहाड़ियों से करीब एक किलोमीटर नीचे बादल फटते देखा. कई तंबू बाढ़ में बह गए. चूंकि विधायक को विशेष सुरक्षा (Special security) मिली हुई थी, लिहाजा सेना ने परिवार को श्रीनगर (Srinagar) पहुंचाने में मदद की. उन्होंने कहा कि वहां तेलंगाना समेत कई राज्यों के लोग फंसे हुए हैं.
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50 लोग बाढ़ में बह गए
राजा सिंह के मुताबिक शुक्रवार को दर्शन के लिए अमरनाथ गुफा (Amarnath cave) में हजारों श्रद्धालु मौजूद थे. पहाड़ियों से पानी बह रहा था और कुछ तंबुओं में घुस गया. मेरा अनुमान है कि बाढ़ में कम से कम 50 लोग बह गए. अमरनाथ गुफा में सेना (Indian Army) बहुत अच्छा काम कर रही थी. लेकिन, वे इस तरह की परिस्थितियों में असहाय थे और वहां अंधेरा भी था.'
उधर प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा को इस त्रासदी के बाद स्थगित कर दिया गया है और बचाव अभियान खत्म होने के बाद ही इसे फिर से शुरू करने पर फैसला किया जाएगा.