आपने बादलों के सैर की कहानियां तो सुनी होंगी पर अब इन्हें हकीकत बनाएगी जम्मू-कश्मीर(Jammu and Kashmir) में चिनाब नदी (Chenab River) पर बन रहा दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज. (world's highest bridge) रेलवे की ओर से जारी तस्वीरों में इस ब्रिज की खूबसूरती और भव्यता देखते बनती है...मानों 'धरती के स्वर्ग' से आकाश का सफर तय करने के लिए ही इस बेमिसाल ब्रिज की नींव रखी गई हो. माना जा रहा है कि यह ब्रिज दिसंबर 2022 तक रेल यातायात के लिए चालू हो सकता है.
'बादलों के ऊपर' बन रहा दुनिया का सबसे ऊंचा आर्क चिनाब ब्रिज नदी के तल से 359 मीटर ऊंचा है और इसकी लंबाई 1,315 मीटर है. इसे जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में कटरा-बनिहाल रेल खंड पर पर 27949 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है. ये जम्मू के कटरा और कश्मीर के बनिहाल के 111 किलोमीटर लंबे दुर्गम रास्ते को जोड़ेगा. यह पुल ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का हिस्सा है. जो घाटी को देश के बाकी हिस्सों को रेलवे के माध्यम से जोड़ेगा.
सिर्फ खूबसूरती ही नहीं बल्कि तकनीकी समेत हर मोर्चे पर इस पुल को शानदार बनाने की कोशिश है. जिस स्ट्रक्चरल स्टील से ब्रिज बनाया गया है वह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को झेल सकता है. यानि जम्मू-कश्मीर के मौसम का भी इस पर असर नही होगा. वहीं भूकंप भी इस पर प्रभाव नहीं डाल सकेगा क्योंकि पुल को रिक्टर पैमाने पर 7 और उससे अधिक की तीव्रता के भूकंपों को झेलने के लिहाज से तैयार किया जा रहा है.
यह पुल पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा और कुतुब मीनार के मुकाबले लगभग 5 गुना अधिक ऊंचा होगा.