Karan Sangwan Unacademy: ऑनलाइन लर्निंग प्लैटफॉर्म अनऐकेडमी ने “पढ़े-लिखे लोगों को वोट देने” की सलाह देने वाले अपने एजुकेटर करन सांगवान को बर्खास्त कर दिया है. हाल ही में करन सांगवान की ऑनलाइन क्लास का एक वीडियो सोशल मीडिया (social media) पर वायरल (viral) हुआ था जिसमें वह छात्रों से कहते नज़र आ रहे थे, “अगली बार किसी पढ़े-लिखे को वोट दीजिएगा न कि ऐसे को जिसे सिर्फ नाम बदलना आता हो.”
दरअसल करन क्रिमिनल लॉ में सरकार के प्रस्तावित बदलावों के लेकर केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे थे. वायरल वीडियो में उन्होंने कहा था, “मुझे भी ऐसा ही लग रहा था मैं रोऊं या हंसू क्योंकि मैंने भी बहुत सारे केस नोट्स बनाए थे. हर किसी को बहुत मेहनत है. आप लोगों को भी काम मिल लेकिन ध्यान रखना, अगली बार जब अपना वोट दो, किसी पढ़े-लिखे इंसान को अपना वोट देना. सिर्फ ऐसे इंसान को न चुनें जिनको सिर्फ नाम बदलना आता हो.”
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सोशल मीडिया पर करन सांगवान की ये बातें एक तबके को नागवार गुजरीं. कइयों ने उन पर क्लासरूम में छात्रों पर अपनी राजनीतिक विचारधारा थोपने का आरोप लगाया और अनऐकेडमी के बहिष्कार की मुहिम चलने लगी.
इस पूरे घटनाक्रम के बाद अनऐकेडमी के संस्थापक रोमन सैनी (Roman Saini) ने ट्वीट करके करन सांगवान को संस्थान से बर्खास्त किए जाने का ऐलान किया.
सैनी ने अपने ट्वीट में लिखा, “हम एक शैक्षणिक संस्थान हैं और क्लासरूम वह जगह नहीं है जहां व्यक्तिगत राय साझा की जाए क्योंकि यह छात्रों को गलत तरीके से प्रभावित कर सकती है. मौजूदा हालात में हमें खुद को करन सांगवान से अलग करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उन्होंने कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन किया था.”
हालांकि अनऐकेडमी के इस फैसले के बाद अब राजनीतिक दलों समेत एक वर्ग करन सांगवान के समर्थन में उतर आया है. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और कांग्रेस (Congress) ने भी सांगवान के साथ एकजुटता दिखाई है.
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने इस मसले पर ट्वीट करते हुए लिखा, “क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूँ लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते. यह साइंस और टेक्नोलॉजी का ज़माना है. 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते.”
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने रोमन सैनी के कुछ पुराने ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट लगाए जिसमें उन्होंने पीएम मोदी और मोदी सरकार की योजनाओं की तारीफ़ की थी. श्रीनेत ने एक तस्वीर भी शेयर की जिसमें अनऐकेडमी के को-फाउंडर गौरव मुंजाल पीएम मोदी के साथ नज़र आ रहे हैं.
सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, “यह दुखद है कि ऐसे बिना रीढ़ के और कमज़ोर लोग एजुकेशनल प्लैटफॉर्म चला रहे हैं.”