यूपी सरकार (Uttar Pradesh) प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था (Education System) को दूरूस्त करने का वादा कर रही है. लेकिन उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले (Moradabad District) की ये तस्वीरें कुछ और हकीकत बयान कर रही है. ये मुरादाबाद के जयंतीपुर का सरकारी स्कूल है. जमीन पर बैठे बच्चे, हाथों में किताब और सर पर खला आसमान, ये तस्वीर यह बताने के लिए काफी है कि यहां के सरकारी स्कूल में बच्चे किन हालातों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
40-45 साल से ऐसे ही चल रहा है स्कूल
इस बीच आपको बता दें कि मुरादाबाद के सरकारी प्राइमरी स्कूल जयंतीपुर में बच्चे खुले में पढ़ने के लिए मजबूर हैं. वहीं इस मामले में अभिभावकों का कहना है कि स्कूल में बहुत कमियां हैं. इधर न पानी की व्यवस्था है और न शौचालय है. बच्चे धूप में पढ़ेंगे तो तबियत खराब होने का भी डर है. हालांकि मामले के तूल पकड़ने के बाद जिला के शिक्षा अधिकारी बुध प्रिय सिंह बयान जारी कर कहा है कि हमारा वहां पर अपना भवन नहीं है. वहां पर कोई जमीन होगी तो उसे चिन्हित कर आगे भेंजेंगे. अभी यह विद्यालय मंदिर के प्रांगण में चल रहा है. इस दौरान उन्होंने जानकारी दी है कि 40-45 साल से यह स्कूल वहीं से चल रहा है."
शिक्षा पर सीएम योगी कर चुके हैं बैठक
बता दें कि बीते दिनों सीएम योगी ने दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर शिक्षा की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 'स्कूल चलो अभियान' शुरु किया था. वहीं यूपी में करीब 33 हजार से ज्यादा स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने के लिए काम चल रहा है. बावजूद इसके एक सरकारी स्कूल की यह स्थिति चिंताजनक है.