टेरर फंडिंग केस में प्रतिबंधित संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ यासीन मलिक को NIA कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके साथ ही कोर्ट ने यासीन पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. NIA ने यासीन मलिक को सजा ए मौत देने की मांग की थी. गुरुवार को कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में यासीन को दोषी ठहराया था. यासीन मलिक ने सुनवाई के दौरान कबूल कर लिया था कि वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में संलिप्त था.
सजा सुनाने से पहले पटियाला कोर्ट परिसर की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था. कोर्ट रूम के बाहर CRPF, स्पेशल सेल के जवानों की तैनाती की गई है. यासीन मलिक के घर के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है.