उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में 1 जून को राम मंदिर के गर्भगृह ( Ram Mandir's Garbhagriha ) की आधारशिला रखी. वह यहां पूजन में भी शामिल हुए. एक जून से जमीन पर वह मंदिर आकार लेने लगेगा, जिसका सपना लंबे वक्त से रामभक्त देखते आए हैं. भव्य राम मंदिर के साथ एक भव्य गर्भगृह के निर्माण का काम भी शुरू हो जाएगा.
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आइए जानते हैं कि राम मंदिर के गर्भगृह ( Ram Mandir Garbh Grih ) का स्वरूप कैसा होगा?
गर्भगृह ही एक हजार वर्ग फीट का है
गर्भगृह में जमीन से शिखर की ऊंचाई - 161 फीट
गर्भगृह में लाल बलुआ पत्थर लगाए जाएंगे
गर्भगृह के अंदर राजस्थान की मकराना पहाड़ियों के सफेद कंचों का इस्तेमाल किया जाएगा
मकराना में सफेद कंचों की नक्काशी का भी कार्य प्रगति पर है.
गर्भगृह निर्माण के लिए नक्काशीदार गुलाबी पत्थर लगाए जाएंगे.
मंदिर के गर्भगृह की दीवारें 6 फीट मोटी बनाई जाएंगी.
गर्भगृह के चारों ओर प्लिंथ और नक्काशीदार गुलाबी बलुआ पत्थर के ब्लाक बनाए जाएंगे
गर्भगृह पर प्लिंथ का काम लगभग पूरा हो गया और सात चरण के बाद खत्म हो जाएगा. इसके बाद नक्काशी के पत्थर लगाने का काम होगा.
राम मंदिर का निर्माण 2.7 एकड़ में हो रहा है लेकिन मंदिर का पूरा परकोटा 8 एकड़ का है. इसमें परिक्रमा मार्ग भी शामिल है. परकोटा भी लाल बलुआ पत्थर से बनाया जाएगा. संपूर्ण मंदिर का निर्माण साल 2025 के अंत तक संभावित है, लेकिन गर्भगृह और पहले तल के निर्माण 2023 के अंत तक हो जाएगा. इसी साल रामलला मूल गर्भगृह में विराजमान भी हो जाएंगे. अभी रामलला वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान हैं.