देश के जाने माने वरिष्ठ अधिवक्ता जफरयाब जिलानी का लखनऊ के निशांतगंज अस्पताल में निधन हो गया. वह लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे. जफरयाब जिलानी की गिनती देश के वरिष्ठ अधिवक्ताओं में होती थी.साथ ही जफरयाब जिलानी ने मंदिर और मस्जिद के विवाद में बाबरी मस्जिद पक्ष के पक्षकारों की तरफ से हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अपना पक्ष रखा था. इस बाबरी मस्जिद विवाद में जिलानी का नाम काकी चर्चित था.
वरिष्ठ अधिवक्ता के अलावा जफरयाब जिलानी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड (all india muslim personal law board) के सचिव थे. इसके अलावा बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी थे. उनके निधन के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने दुख भी प्रकट किया है. दरअसल जफरयाब जिलानी अपने बयानों के चलते भी मीडिया की सुर्खियों में बने रहते थे. चाहे वह अयोध्या में मंदिर मस्जिद का विवाद हो. या फिर हिंदू मुस्लिम को लेकर कोई वक्तव्य हो. मंदिर मस्जिद के विवाद में फैसला आने के बाद जफरयाब जिलानी को बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी का संयोजक भी बनाया गया था.मुस्लिम समाज के रहनुमाई करने वाले जफरयाब जिलानी ने लंबे समय तक राम मंदिर के अंदर चल रही खुदाई में भी भाग लिया था.
इंतकाल पर शोक संवेदना व्यक्त की
आजतक में छपी खबर के मुताबिक बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी जफरयाब जिलानी के इंतकाल पर शोक संवेदना व्यक्त की है. भावुक होते हुए इकबाल अंसारी ने कहा कि आज जफरयाब जिलानी के ना रहने पर यह कमी लोगों को महसूस होगी. इतना ही नहीं जफरयाब जिलानी एक दूसरे के शुभचिंतक भी रहे चाहे वह अयोध्यावासी हो या फिर लखनऊ के लोग हो. इकबाल अंसारी ने कहा की जितना भी काम जिलानी साहब के हाथों से हुआ है, वह सब काम नेक हुआ है.