पीएम मोदी ने सोमवार को अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लिया वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सद्भावना रैली से पहले कोलकाता के कालीघाट मंदिर में पूजा-अर्चना की. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, ''हमें अब बैठना नहीं है." पीएम मोदी के इस बयान के क्या ये मायने मिकाले जाएं कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंका जा चूका है?
दरअसल, देश आम चुनाव के मुहाने पर खड़ा है. जहां बीजेपी अपने सेट वोटर्स को छिटकने का रिस्क लेने के मूड में नहीं है तो वहीं बंगाल में अल्पसंख्यक वोटर्स, TMC के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इसी कड़ी में ममता बनर्जी की कोलकाता में सर्वधर्म सद्भाव रैली एक अहम फैक्टर का काम कर सकती है क्योंकि इस रैली के जरिए वो ये संदेश देने की कोशिश कर रही हैं कि मौजूदा राज्य सरकार सभी धर्मों के साथ है और सभी को साथ लेकर ही आगे बढ़ना चाहती है.