Delhi News: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था. इसके बाद सभी विपक्षी पार्टियों ने एक सुर में बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. यही नहीं बीजेपी के भी कई बड़े नेताओं ने सांसद को संयमित भाषा का इस्तेमाल करने की सलाह दी थी. अब इस मामले को लेकर लोकसभा सचिवालय की समिति जांच करेगी.
झारखंड को गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया अकांउट एक्स पर इसकी जानकारी दी है. दुबे ने अपनी पोस्ट में लिखा कि ''लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार,उन्होंने दानिश अली प्रकरण में लोकसभा सचिवालय की कमिटि को जांच का ज़िम्मा सौंपा है. आज यह इसलिए संभव हो पाया क्योंकि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है, नहीं तो पहले लोकसभा ने 2006 में RJD-JDU-congress का जूता व माईक मारपीट व 2014 में तेलंगाना बनने के समय फैटा फाईट व सांसद को घायल देखा, ना कमिटि बनी ना सजा हुई.''
बता दें कि लोकसभा में चंद्रयान-3 की चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने दानिश अली को लेकर विवादित बयान दिया था. इसके बाद बीजेपी ने अपने सांसद से मामले पर जवाब मांग लिया. पार्टी ने 15 दिन का समय देते हुए पूछा है कि आखिर उनपर कार्रवाई क्यों न की जाए?
हालांकि इस बीच रमेश बिधूड़ी को बीजेपी की तरफ से इनाम भी मिल गया है. पार्टी ने उन्हें राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए टोंक जिले का प्रभारी नियुक्त कर दिया. इसपर प्रतिक्रिया देते हुए दानिश अली ने कहा कि बीजेपी का चाल चरित्र और चेहरा यही है.