Nanded News: महाराष्ट्र के नांदेड़ (Nanded) के सरकारी अस्पताल में 48 घंटे में 31 मरीजों की मौत के बाद हड़कंप मच गया. अस्पताल के डीन ने दवाओं और मेडिकल स्टाफ की कमी को इसके पीछे की वजह बताया है. मरने वालों में 16 नवजात भी शामिल हैं. मृतकों की संख्या अभी और भी बढ़ने की आशंका है. मामला नांदेड़ के शंकरराव चव्हाण सरकारी अस्पताल का है.
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज नांदेड़ के डॉ. श्यामराव वाकोडे ने बताया कि "पिछले 24 घंटों में लगभग 12 बच्चों की मौत हो गई. वयस्कों की भी विभिन्न बीमारियों के कारण मौत हो गई. कई कर्मचारियों के ट्रांसफर के बाद हमारे लिए कुछ कठिनाई थी. हमें हाफकिन इंस्टीट्यूट से दवा खरीदनी थी, लेकिन वह भी नहीं हुआ. साथ ही इस अस्पताल में दूर-दूर से मरीज आते हैं. बीते कुछ दिनों से यहां मरीजों की संख्या बढ़ गई है और बजट की समस्या हो गई है.
इस मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस सासंद राहुल गांधी ने कहा कि ''नांदेड़, महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में दवाइयों की कमी से 12 नवजात शिशुओं समेत 24 लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. सभी शोकाकुल परिवारों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. भाजपा सरकार हज़ारों करोड़ रुपए अपने प्रचार पर खर्च कर देती है, मगर बच्चों की दवाइयों के लिए पैसे नहीं हैं? भाजपा की नज़र में ग़रीबों की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है.''
महाराष्ट्र कैबिनेट आज एक बैठक में नांदेड़ अस्पताल में हुई मौतों पर चर्चा करेगी. कैबिनेट इस घटना को लेकर जांच समिति बनाने पर फैसला कर सकती है.
वहीं नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मरीजों की मौत पर महाराष्ट्र सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने कहा, "हम पूरी जांच करेंगे... मैं वहां (अस्पताल) जाउंगा और डॉक्टरों की एक समिति नियुक्त की जाएगी."
वहीं इस मामले पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सासंद संजय राउत ने कहा, "महाराष्ट्र की आरोग्य स्थिति हमेशा ऊपर रही है लेकिन पिछले 1 साल से महाराष्ट्र के सभी शासकीय विभाग जिस तरह से काम कर रहे हैं, न स्वास्थ्य मंत्री को चिंता है, न स्वास्थ्य विभाग काम कर रहा है और न ही डॉक्टर काम कर रहे हैं, किसी का नियंत्रण नहीं है. स्वास्थ्य विभाग महाराष्ट्र में सबसे उपेक्षित विभाग है.''
Maharashtra: नांदेड के सरकारी अस्पताल में 24 घंटे में 24 मरीजों की सांप काटने से मौत, आधे थे नवजात