Malegaon Blast Case: साल 2008 के मालेगांव बम धमाका केस में अब 15वां गवाह अपने बयान से मुकर गया है. मुंबई की स्पेशल NIA कोर्ट में मंगलवार को केस की सुनवाई के दौरान वो गवाह मुकर गया (Witness turned hostile) जिसने पहले मालेगांव ब्लास्ट केस में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और RSS के इंद्रेश कुमार समेत संघ के और नेताओं के नाम लिए थे. अब गवाह ने कहा है कि तब उसने पुलिस के दबाव में इन लोगों का नाम लिया था.
इससे पहले अगस्त 2021 में इस केस के एक मुख्य आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित (Lt Col Purohit) के खिलाफ बयान देने वाला गवाह भी मुकर गया था. मालेगांव ब्लास्ट केस में भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Thakur BJP MP) समेत और भी कई आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. सांसद प्रज्ञा ठाकुर खराब सेहत का हवाला देकर जमानत पर हैं, ये और बात है कि वो कभी फुटहॉल तो कभी क्रिकेट खेलते हुए देखी गई हैं.
2018 से NIA की स्पेशल अदालत में मालेगांव ब्लास्ट 2008 का केस चल रहा है. बीते कुछ महीनों में गवाह एक के बाद एक मुकरते जा रहे हैं. इसे देखते हुए धमाके के पीड़ितों ने ATS को भी पूछताछ में शामिल करने की गुजारिश की थी जिसने पूरे मामले की जांच की थी और चार्जशीट बनाई थी. इस बार में कुछ हफ्ते पहले ही NIA कोर्ट को पीड़ितों की ओर से चिट्ठी लिखी गई थी, साथ ही हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को भी इसकी कॉपी भेजी गई थी. इसमें NIA के पूछताछ के तौर तरीकों पर भी सवाल उठाए गए थे.
29 सितंबर 2008 को मुंबई से 200 किमी दूर मालेगांव में मस्जिद के सामने एक बाइक में बंधे बम में हुए धमाके से 6 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 100 से ज्यादा घायल हुए थे. वो बाइट प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर रजिस्टर्ड थी.
ये भी पढ़ें| 'बसपन का प्यार' गाने से चर्चित हुए सहदेव सड़क दुर्घटना में घायल