शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव...(Bhagat Singh, Rajguru, Sukhdev) आजादी के तीन ऐसे नायक जिनकी शहादत को इबादत की तरह याद किया जाता है. जिनकी कुर्बानी की कहानी सिर्फ कागजों में नहीं बल्कि देशवासियों के दिल में बसती है. 23 मार्च वहीं दिन है जब मात्र 23 साल की उम्र में भगत सिंह और उनके दो साथी राजगुरू और सुखदेव ने हिंदुस्तान के मान के लिए हंसते-हंसते जान दे दी. देशवासी हर साल इसे शहीद दिवस के तौर पर याद करते हैं, और हम यहां शहीद भगत सिंह से जुड़ी यादें कुछ खास तस्वीरों के जरिए पेश कर रहे हैं.
यादों में अमर रहेंगे शहीद भगत सिंह
- 13 साल की उम्र में भगत सिंह की जोशीली तस्वीर
- साल 1923 की नेशनल कॉलेज लाहौर की तस्वीर
- जिसमें दाएं से चौथे स्थान पर खड़े हैं भगत सिंह
- साल 1910 की तस्वीर, जिसमें बाएं से दूसरे नंबर पर बैठी हैं भगत सिंह की मां
- पंजाब के खटकर कलां में भगत सिंह का पुश्तैनी मकान
- जूते, घड़ी समेत भगत सिंह के कुछ निजी सामान की तस्वीर
- जॉन सॉन्डर्स की हत्या में इस्तेमाल की गई भगत सिंह की पिस्तौल
- शहीद भगत सिंह की डेथ सर्टिफिकेट की तस्वीर
- लाहौर के शादमान चौक की तस्वीर, जहां भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को फांसी दी गई थी
- पंजाब के हुसैनीवाला में बनी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू की समाधि की तस्वीर,
- जहां 1931 में तीनो का अंतिम संस्कार किया गया था
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