Mukhtar Ansari: माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. देश के दिग्गज नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. यूपी की पूर्व सीएम मायावती (Mayawati) ने मुख्तार अंसारी की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि 'मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो आशंकाएं और गंभीर आरोप लगाए गए हैं. उनकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. ताकि उनकी मौत से जुड़े सही तथ्य सामने आ सकें.'
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अंसारी के निधन पर दुख जताया है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर मुख्तार की मौत को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर सवाल खड़ा कर कहा, 'जो हुकूमत जिंदगी की हिफाजत न कर पाए उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं. उप्र सरकारी अराजकता के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. ये यूपी में कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है.'
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा कि ये स्वाभाविक मौत नहीं, बल्कि हत्या की साजिश प्रतीत होती है. उन्होंने कहा, 'पहले डॉक्टरों के पैनल ने अस्पताल से डिस्चार्ज किया और कुछ घंटों बाद ही उनकी मौत हो गई. ये पूरा प्रकरण परिवारिजनों द्वारा लगाए गए हत्या की साजिश की पुष्टि करता है.'
उधर, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अंसारी के निधन पर सवाल उठाए हैं. पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने मुख्तार की मौत को हत्या करार दिया है. उन्होंने सीजेआई डीवाई चंद्रचूर्ण से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'गाजीपुर के लोगों ने अपना पसंदीदा बेटा और भाई खो दिया है. मुख्तार ने कहा था कि उसे जहर दिया जा रहा है. बावजूद इसके सरकार ने उनके इलाज पर कोई ध्यान नहीं दिया. ये निंदनीय एवं खेदजनक है.'
बता दें कि 28 मार्च यानी कि गुरुवार को बांदा जेल में कैद मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को कार्डियक अरेस्ट आया. उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इलाज के बाद भी डॉक्टर उसे बचा नहीं सके. मुख्तार के परिवार वालों ने भी हत्या का आरोप लगाया है.
इन आरोपों को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दरकिनार किया है. उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि मुख्तार की मौत पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे बेबुनियाद हैं. मुख्तार को बचाने की पूरी कोशिश की गई.
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