Doctors write to govt: कोरोना की तीसरी लहर के बीच देश और विदेश के करीब 35 मशहूर डॉक्टरों ने मौजूदा कोरोना (Covid third wave) के इलाज पर सवाल उठाए हैं. डॉक्टरों ने केंद्र की मोदी सरकार समेत सभी राज्यों की सरकारों को आगाह करते हुए एक पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि हमारे देश में इससे निपटने के लिए उन गलतियों को दोहराया जा रहा है, जो पिछले साल आई दूसरी लहर के वक्त देखने को मिली थी. दवाओं (Medicine) का अनावश्यक इस्तेमाल नुकसानदायक साबित हो सकता है, जैसा कि हमने इस महामारी की शुरुआती दो लहरों में देखा है. चिट्ठी में इसबात का भी जिक्र है कि उन दवाओं और जांचों का इस्तेमाल बंद करें, जो इस महामारी के क्लिनिकल प्रबंधन के लिए उचित नहीं हैं.
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डॉक्टरों का कहना है कि देश में इस समय कोविड के इलाज, हॉस्पिटलाइजेशन और संक्रमित मरीजों के टेस्ट को लेकर सही रणनीति बनाने की जरूरत है. क्योंकि कई मरीजों के लिए कोविड ट्रीटमेंट के जिस प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है, वह उचित नहीं है. अपने इस पत्र में डॉक्टरों ने कहा कि हमने पिछले दो सप्ताह में कई डॉक्टरी सलाह की समीक्षा की है, जिनमें कई कोविड-19 किट और कॉकटेल भी शामिल हैं. कोरोना वायरस के इलाज के लिए विटामिन के कॉम्बिनेशन, एजिथ्रोमाईसीन, डॉक्सीसाइक्लीन, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, फैविपिराविर और आइवरमेक्टिन की दवाओं का परामर्श देना उचित नहीं है.
बता दें इस लेटर पर हार्वर्ड और जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के भारतीय मूल के कुछ डॉक्टरों ने हस्ताक्षर किए हैं.