दिल्ली के इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति की मशाल की लौ बुझाने को लेकर मोदी सरकार ने सफाई दी है. सरकार के सूत्रों का कहना है जो भ्रम फैलाए जा रहे हैं, उन्हें दूर करना जरूरी है. सरकार का कहना है कि अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) की लौ बुझ नहीं रही है. इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में जलने वाली ज्योति में मिलाया जा रहा है. अब ये लौ नेशनल वॉर मेमोरियल में जलेगी. सरकार के सूत्रों का कहना है कि जिन लोगों ने 7 दशकों तक नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं बनाया, वो अब शहीदों को स्थायी और उचित श्रद्धांजलि देने पर हंगामा कर रहे हैं.
आपको बता दें कि अमर जवान ज्योति का उद्घाटन 26 जनवरी 1972 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। साल 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की याद में जलाई गई थी. वहीं नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) का उद्घाटन 25 फरवरी, 2019 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन सैनिकों और गुमनाम नायकों के स्मारक के रूप में किया गया, जिन्होंने आजादी के बाद से देश के लिए अपनी जान दी.