Mukhtar Ansari: पूर्वांचल का माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari)...इस नाम भर से कभी यूपी (UP Politics) की राजनीति तय होती थी. मुख्तार अंसारी का सिक्का लखनऊ (Lucknow Politics) तक चलता था, लेकिन अब मुख्तार के 26 साल के राजनीति की बाहुबली सल्तनत का अंत हो गया है. 28 मार्च को बांदा जेल में कार्डियक अरेस्ट (Mukhtar Died) आने के बाद मुख्तार की मौत हो गई.
मुख्तार का दबदबा ऐसा था कि सिर्फ राजनीतिक गलियारों में ही नहीं, बल्कि जेलों में भी उसकी तूती बोलती थी. 19 साल के कैद के दौरान मुख्तार को तीन जेलों में रखा गया...मुख्तार जिस भी जेल में रहा, उसका रुतबा हमेशा बना रहा. चाहे गाजीपुर जेल (Ghazipur Jail) हो, बांदा जेल (Banda Jail) या पंजाब की रोपड़ जेल (Ropad Jail). जेलर कोई भी हो, चली मुख्तार की ही.
गाजीपुर जेल में मुख्तार के लिए बैडमिंटन कोर्ट बनाने का किस्सा मशहूर है. द लल्लनटॉप के मुताबिक, पूर्व जेलर एसके अवस्थी ने बताया था कि गाजीपुर जेल में मुख्तार के लिए बैडमिंटन कोर्ड बनवाया गया था, जहां पर अधिकारी उसके साथ खेलने आते थे.
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आपको बता दें कि 28 मार्च यानी कि गुरुवार रात को मुख्तार की मौत के बाद यूपी में अलर्ट घोषित किया गया है. देर रात फिरोजाबाद और आजमगढ़ में पुलिस ने मार्च किया. प्रयागराज जोन में भी अलर्ट घोषित किया गया है.
मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने मुख्तार को धीमा जहर देने का आरोप लगाया. उसने कहा, 'पिता को धीमा जहर दिया जा रहा था, जिससे उनकी मौत हो गई.' उधर, समाजवादी पार्टी ने भी मुख्तार की मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
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