उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में साल 2013 में हुए दंगों में बीजेपी विधायक (BJP MLA) को कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई है. इसके साथ की एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) ने इस मामले में 12 और आरोपियों को दो-दो साल की सजा सुनाई है. इन सभी आरोपियों को उपद्रव फैलाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में सजा दी गई है. वहीं, इस सभी ओरपियों पर 10-10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है. हालांकि सबूतों के आभाव में 15 अन्य आरोपी बरी हो गए. चुंकि सजा की अवधी 3 साल से कम थी इसलिए विधायक विक्रम सैनी को कोर्ट ने जमानत दे दी.
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कवाल गांव में दो ममेरे की हुई थी हत्या
बता दें कि साल 2013 में कवाल गांव में दो ममेरे भाई गौरव और सचिन की हत्या कर दी गई थी. 20 अगस्त 2013 को हुई इस घटना के बाद गांव में हिंसा भड़की थी. इस दौरान हवाई फायरिंग के बाद इलाके मे तनाव का माहौल बन गया था. इस मामले में 27 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था.
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यूपी के इतिहास के सबसे भयावह दंगा
गौरतलब है कि यह दंगा यूपी के इतिहास के सबसे भयावह दंगों में से एक था. हालात हाथ से इतने बाहर चले गए थे कि प्रदेश सरकार की मशीनरी लगभग फेल हो गई और सेना की मदद से शांति व्यवस्था स्थापित हो पाई थी.