पश्चिम बंगाल (West Bengal) की राजनीति में एक बार फिर से घमासान मच गया है. भाजपा के नाबन्ना अभियान (Nabanna Abhiyan) में शामिल होने के लिए सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता ट्रेनों के जरिए भी कोलकाता की ओर जा रहे हैं. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों तक बैरिकेड्स लगा दिए हैं. रानीगंज से आने की कोशिश कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं की रेलवे स्टेशन के बाहर पुलिस के साथ झड़प हुई है. पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है. इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धौलपुर रेलवे स्टेशन के अंदर भी झड़प हुई. धौलपुर रेलवे स्टेशन के पास पुलिस बीजेपी कार्यकर्ताओं को कोलकाता जाने से रोक रही थी. इसका विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. कार्यकर्ताओं का कहना है कि वो नाबन्ना चलो मार्च (Nabanna March) में शामिल होने के लिए कोलकाता जा रहे थे.
दरअसल बीजेपी (Bharatiya Janata Party) ममता सरकार (Mamata government) में कथित करप्शन (corrupt practices) के खिलाफ सड़कों पर उतर गयी है. प्रदेश बीजेपी नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य सचिवालय नाबन्ना पहुंचने का आह्वान किया है. इसको देखते हुए राज्य के कई हिस्सों से बीजेपी कार्यकर्ता कोलकाता पहुंच रहे हैं. हालांकि कोलकाता पुलिस ने बीजेपी (BJP) को इस अभियान की अनुमति नहीं दी है.
सोमवार देर शाम राज्य पुलिस ने प्रदेश भाजपा को पत्र लिखकर उन्हें नाबन्ना अभियान की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. इसको देखते हुए बंगाल की ममता बनर्जी सरकार और बंगाल बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. बीजेपी का कहना है कि राज्य सरकार के कई मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गये हैं और उन्हें जेल की हवा खानी पड़ रही है. यहां तक कि ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर भी कई आरोप लग चुके हैं, ऐसे में करप्शन में फंसी सरकार को सत्ता पर काबिज रहने का अधिकार नहीं है.