Cyclone Biparjoy: चक्रवात 'बिपरजॉय' के गुरुवार को गुजरात (Gujarat) तट पर पहुंचने के बाद हर तरह के खतरे से निपटने के लिए NDRF-SDRF और सेना की टीम तैनात रही.
द्वारका जिले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब रूपेन बंदर के निचले इलाके में फंसे 2 लोगों को बचाने के लिए NDRF की टीम पहुंची...जिसका वीडियो भी सामने आया है.
वीडियो में दिख रहा है कि NDRF का एक सदस्य एक बच्चे को कंधे पर बैठाकर तो दो और सदस्य एक शख्स पकड़े रेस्क्यू कर किनारे पर ला रहे हैं.
दूसरी ओर शुक्रवार की सुबह NDRF की टीम भुज में सड़क क्लीयर करने में जुट गए, एनडीआरएफ कर्मी सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाते दिखे. मांडवी में भी अग्निशमन विभाग की एक टीम यहां सड़क सफाई अभियान में लगी हुई है.
हालांकि, गुजरात में अब चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ गया है लेकिन राज्य में विभिन्न स्थानों पर इसकी तबाही के निशान देखे जा सकते हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान के जखौ बंदरगाह के निकट पहुंचने की प्रक्रिया शाम करीब साढ़े छह बजे शुरू हुई और देर रात दो बजकर 30मिनट तक चली। इस दौरान पूरे कच्छ जिले में भारी बारिश हुई.
140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और भारी बारिश से बड़ी संख्या में पेड़ तथा बिजली के खंभे उखड़ गए और समुद्र का पानी निचले इलाके के गांवों में भर गया. कच्छ के जिलाधिकारी अमित अरोड़ा ने कहा कि जिले में च्रकवात से जुड़ी घटनाओं में जन हानि की कोई सूचना नहीं है.
आईएमडी ने बताया कि गुजरात तट के पास पहुंचने के दौरान चक्रवात 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ा. तट पर पहुंचने के दौरान हवा की गति 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे से 140 किलोमीटर प्रति घंटा थी.
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