उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 17 सितंबर को नई संसद भवन के गजद्वार पर ध्वजारोहण किया. इस दौरान लोकसभा स्पीकर के अलावा संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन और राज्यसभा और लोकसभा में विभिन्न दलों के नेता भी उपस्थित रहे.
बता दें कि नई संसद भवन में ध्वजारोहरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर हुआ है. समारोह में नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुख़ अब्दुल्ला भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में यह एक नया अध्याय खुल रहा है. हम इंतजार कर रहे थे कि कब नए संसद भवन में जाएंगे और अब वह दिन आ गया है.
पीएम के जन्मदिन पर उन्होंने कहा कि 'मैं प्रधानमंत्री को मुबारबाद देता हूं, उनकी लंबी उम्र हो.'
जानकारी के मुताबिक, संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से पुरानी इमारत में बुलाया गया है. 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन संसद की पुरानी बिल्डिंग से कामकाज नई इमारत में शिफ्ट होगा. विशेष सत्र के बाकी के 4 दिन का कामकाज भी यहीं पर होगा.
कार्यक्रम में मल्लिकार्जुन खड़गे नहीं पहुंचे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा महासचिव प्रमोद मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वे CWC की बैठक के लिए हैदराबाद में हैं. संसद के कार्यक्रम का निमंत्रण 15 सितंबर की शाम को मिला था, जबकि CWC की बैठक काफी दिन पहले से तय थी, इसलिए 17 सितंबर को होने वाले समारोह में शामिल होना उनके लिए संभव नहीं होगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए संसद भवन में कर्मचारियों का ड्रेस कोड भी बदल गया है. पार्लियामेंट स्टाफ के लिए नए ड्रेस कोर्ड के तहत नेहरू जैकेट और खाकी रंग की पैंट को शामिल किया गया है. लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, ब्यूरोक्रेट्स बंद गले के सूट की जगह मैजेंटा या गहरे गुलाबी रंग की नेहरू जैकेट पहनेंगे. उनकी शर्ट भी कमल के फूल के डिजाइन के साथ गहरे गुलाबी रंग में होगी.