NHAI यानि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सिर्फ चार दिन और कुछ घंटों में 75 किलोमीटर लंबा हाईवे (Highway) तैयार कर इतिहास रच दिया और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book Of World Records) में अपना नाम दर्ज करा लिया. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin gadkari) ने बुधवार को बताया कि NHAI ने मात्र 105 घंटे और 33 मिनट में NH53 पर बिटुमिनस कंक्रीट (Concreate) से 75 किलोमीटर का सिंगल लेन (Single lane) स्ट्रेच तैयार किया...और NHAI इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली है.
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NHAI ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
गडकरी ने ट्विटर पर एक वीडियो मैसेज शेयर कर लिखा कि NHAI ने भारत की आजादी के 75 साल हो जाने को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की ओर से शुरू की गई 'आजादी का अमृत महोत्सव मुहिम के तहत NHAI यह उपलब्धि हासिल कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया, जिसे गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स ने भी प्रमाणित किया.
गड़करी ने इतने कम वक्त में इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए उन सभी इंजीनियर्स, कंसल्टेंट और वर्कर्स को बधाई दी, जिन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम किया.
कहां से कहां तक बनी सड़क?
उन्होंने बताया कि 75 किलोमीटर लंबा यह सिंगल लेन स्ट्रेच अमरावती और अकोला जिले के बीच तैयार हुआ है. 03 जून, सुबह 07:27 बजे NHAI ने इसे बनाने का काम शुरू किया और 7 जून शाम 5 बजे तक कंप्लीट कर दिया.
उन्होंने कहा कि इसे बनाने में 36,634 मीट्रिक टन बिटुमिनस मिक्स का इस्तेमाल किया गया. साथ ही कहा कि इसे बनाने के लिए इंडीपेंडेंट कंसल्टेंट टीम समेत 720 वर्कर्स ने दिन-रात मेहनत की. गडकरी बोले कि अमरावती और अकोला के बीच बने इस लेन से कोलकाता, रायपुर, नागपुर और सूरत को जोड़ने में मदद मिलेगी और सफर आसान होगा.
भारत से पहले किस देश के नाम था ये रिकॉर्ड?
गडकरी ने बताया कि इससे पहले सबसे तेज सड़क बनाने का रिकॉर्ड कतर के नाम था. फरवरी 2019 में कतर ने दोहा में 25.275 किलोमीटर सड़क तैयार कर ये रिकॉर्ड कायम किया था, जो अब भारत के नाम है. (ANI Inputs)