NIA Raids: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार को खालिस्तानी आतंकियों, गैंगस्टर और तस्करों के गठजोड़ से जुड़े तीन अलग-अलग मामलों में 51 स्थानों पर छापेमारी की. जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, बंबीहा और अर्शदीप सिंह डाला गिरोह के सहयोगियों के परिसरों और संदिग्ध स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए.
एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, पंजाब में लगभग 30 स्थानों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और एनसीआर में छापेमारी की जा रही है. एनआईए की अलग-अलग टीमों ने राज्य पुलिस बलों के साथ सुबह छापेमारी शुरू की.
एनआईए ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों की आतंकी गतिविधियों के संबंध में आईपीसी और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की विभिन्न धाराओं के तहत 20 अगस्त, 2022 को मामला दर्ज किया था. एजेंसी हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी करने और भारत में आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने की साजिश रचने वाले व्यक्तिगत आतंकवादी संगठनों और आतंकवादियों पर नकेल कस रही है.
एनआईए की जांच में पता चला था कि कई गैंगस्टरों ने खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह डाला के साथ सांठगांठ करके प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के लिए धन जुटाने के लिए आपराधिक साजिश रची थी. वे सीमा पार से केटीएफ के लिए हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी में भी लगे हुए थे.
पिछले 3-4 सालों से कनाडा से काम कर रहे डाला ने पंजाब में कई हत्याएं कराई हैं. वह केटीएफ की तरफ से भारत में आतंक, हिंसा और बड़े पैमाने पर जबरन वसूली को भी बढ़ावा दे रहा है.
एनआईए ने फिरोजपुर से अर्शदीप डाला के एक गुर्गे जोनस उर्फ जोरा सिंह को हिरासत में लिया है. खबरों के मुताबिक जोरा पंजाब में हथियार मंगवा रहा था और अर्शदीप डाला के साथ लगातार यह संपर्क में था. एनआईए को उसके फोन से चैटिंग भी मिली है. अन्य दो मामले भी गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ से जुड़े हैं, जिनमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोली बराड़, विक्रम बराड़ और अन्य शामिल हैं. एनआईए ने आतंकी गैंगस्टर साजिश मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.