पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज मंगलवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बाबा रामदेव और बालकृष्ण से सवाल करते हुए माफीनामा समय पर दाखिल न होने की वजह से फटकार लगाई है. जिसके बाद पतंजलि के वरिष्ठ वकील रोहतगी ने कहा कि ये रिपोर्ट 5 दिन पहले ही दायर की गई थी.
फिर जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ ने आगे कहा कि जब अदालत ने ऑरिजनल रिकॉर्ड मांगे तो सार्वजनिक माफी की ई-कॉपी पेश क्यों नहीं की गई.हम इस मामले में अपने हाथ खड़े कर रहे हैं, हमारे आदेशों का अनुपालन न करना बहुत हो गया. और अब परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें .
इस पूरी सुनवाई के दौरान बाबा रामदेव और बालकृष्ण मौजूद रहे.आगे पीठ ने कहा कि अगर आप सहानुभूति और अनुकंपा चाहते हैं तो अदालत के प्रति ईमानदार रहें.न्यायालय ने कहा कि उसकी मुख्य चिंता ये है कि क्या लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने मामले में कानून के अनुसार कार्रवाई की? पीठ ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए 14 मई की तारीख तय की.
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