Mizoram Rains: मिजोरम के आइजोल जिले में पत्थर की एक खदान ढह जाने से 17 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग लापता हो गए.पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक, चक्रवाती तूफान 'रेमल' के प्रभाव से लगातार हो रही बारिश के बीच इलाके में मंगलवार को सुबह यह हादसा हुआ.
पुलिस ने बताया कि घटना आइजोल शहर के दक्षिणी, बाहरी हिस्से में स्थित मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. आइजोल की उपायुक्त नाजुक कुमार ने न्यूज़ एजेंसी 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि अब तक 17 शवों को बरामद किया गया है, जबकि कई अन्य लोग मलबे में फंसे हुए हैं.
उन्होंने बताया, ''हम और शवों की तलाश कर रहे हैं। जब तक पूरे घटनास्थल को साफ नहीं कर दिया जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा.'' पुलिस महानिदेशक अनिल शुक्ला ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि भारी बारिश के कारण घटनास्थल पर बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है.'' उन्होंने बताया कि बारिश के कारण राज्य में कई स्थानों पर भूस्खलन भी हुआ है और कम से कम दो लोग पानी के तेज बहाव में बह गये.
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पत्थर की खदान ढहने से जान गंवाने वाले लोगों में चार वर्ष का एक लड़का और छह साल की लड़की भी शामिल है. उन्होंने बताया, ''हमने घटनास्थल से दो लोगों को जीवित बाहर निकाला है.'' एक अधिकारी ने बताया कि आइजोल के सेलम वेंग में भूस्खलन से एक इमारत ढह जाने के बाद तीन लोग लापता हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है.उन्होंने बताया कि हुनथर में राष्ट्रीय राजमार्ग छह पर भूस्खलन के कारण आइजोल का संपर्क देश के बाकी हिस्सों से टूट गया है.
अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा कई अंतर-राज्य राजमार्ग भी भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने खदान ढहने सहित बारिश के कारण हुई घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उन्होंने खदान के ढहने की घटना में मारे गए मिजोरम के आठ लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये के चेक सौंपे और कहा कि शेष राशि उन्हें जल्द ही दी जाएगी.
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राज्य सरकार में गृह मंत्री के. सपडांगा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''गैर-आदिवासी चार लोगों की पहचान सत्यापित की जा रही है। अगर वे मिजोरम के स्थायी निवासी पाये जाते हैं तो उन्हें अनुग्रह राशि दी जाएगी.अगर वे अस्थायी रूप से यहां काम करने आए थे तो उन्हें कोई वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी.''
लालदुहोमा ने सपडांगा के साथ स्थिति का जायजा लेने और बचाव कार्यों की निगरानी करने के लिए बाद में घटनास्थल का दौरा भी किया. लालदुहोमा ने कहा कि सरकार ने चक्रवाती तूफान 'रेमल' के परिणामस्वरूप बारिश से उत्पन्न आपदाओं से निपटने के लिए 15 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं. बारिश के कारण सभी स्कूल बंद कर दिए गए और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मचारियों को छोड़कर सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा गया है.
बता दें कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने त्रिपुरा के दो जिलों सिपाहीजला और गुमती में ‘रेड अलर्ट' जारी किया है. पूर्वोत्तर राज्य के शेष छह जिलों में भी ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है.