पाकिस्तान (Pakistan) में आज हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच इमरान खान सरकार ने नेशनल एसेंबली को भंग करा दिया है. इमरान खान ने अपने ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव (no-confidence motion dismissed) पर वोटिंग से पहले राष्ट्रपति(president) से नेशनल असेंबली भंग करने की सिफ़ारिश की थी. जिसके बाद नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरु हुई, लेकिन डिप्टी स्पीकर के फ़ैसले ने सबको चौंका दिया. डिप्टी स्पीकर ने प्रस्ताव को विदेशी साज़िश बताते हुए उसे ख़ारिज कर दिया.
नेशनल असेंबली को 25 अप्रैल तक स्थगित भी कर दिया गया. जैसे ही डिप्टी स्पीकर ने नेशनल असेंबली (national assembly)को स्थगित किया वैसे ही इमरान खान ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया और बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी से नेशनल असेंबली भंग करने की सिफ़ारिश की है और अब पाकिस्तान की जनता तय करे उसे क्या करना है. इमरान खान का राष्ट्र के नाम संदेश ख़त्म होते ही राष्ट्रपति ने उनकी सिफ़ारिश मानते हुए नेशनल असेंबली को भंग भी कर दिया .
ये सारा घटनाक्रम क़रीब आधे घंटे के अंदर हो गया मानो सबकुछ पहले से तय था. राष्ट्रपति का आदेश आते ही पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि अगले 90 दिन में पूरे देश में चुनाव कराए जाएँगे. वहीं विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो का कहना है कि सरकार ने संविधान का उल्लंघन किया है. उन्होंने कहा हम नेशनल एसेंबली में धरना देंगे और इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.जबकि PMLN नेता मरियम औरंगजेब ने भी कहा कि हम संसद में धरना देंगे. साथ ही बोलीं कि अगर कोई गद्दार है तो वो इमरान खान हैं
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