ICMR यानी The Indian Council of Medical Research और VCRC यानि Vector Control Research Centre ने एक खास बैक्टीरिया से संक्रमित मच्छरों (mosquitoes) को विकसित किया है जो डेंगू-चिकनगुनिया (Dengue-Chikungunya) के संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करेंगे. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में ICMR-VCRC के डायरेक्टर डॉ. अश्विनी कुमार ने कहा कि विकसित किए गए मच्छर, डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों की हर कोशिका पर बैठकर अपना घर बनाएंगे, और फिर ये मच्छर धीरे-धीरे डेंगू जैसे वायरस को कंट्रोल करेंगे.
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अश्विनी कुमार बोले कि रिसर्च में इस बात का पता चला कि बैक्टीरिया से संक्रमित होने पर मच्छर डेंगू फैलाने में सक्षम नहीं होते. विशेषज्ञ ऐसे मादा मच्छरों को छोड़ेंगे जो नर मच्छरों के संपर्क में आकर इस तरह के लार्वा पैदा करेंगे जिसमें वायरस नहीं होगा.
ऑस्ट्रेलिया की मोनाश यूनिवर्सिटी से वोल्बाचिया बैक्टीरिया की दोनों प्रजातियों के करीब 10,000 अंडे भारत लाए गए हैं. सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इन अंडों को फोड़कर एडीज एजिप्टी प्रजाति के मच्छरों को संक्रमित भी किया गया.