Odisha train crash: ओडिशा ट्रेन हादसे के पीड़ितों परिवारों के बारे में बात करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (ashwini vaishnaw) भावुक (Emotional) हो गए. उन्होंने कहा कि हमारा काम अभी खत्म नहीं हुआ है.
हमारा कर्तव्य यह सुनिश्चित करना है कि जो लोग लापता हैं, वे जल्द से जल्द अपने परिवारों से मिलें. बता दें कि इस हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है और करीब 1,175 लोग घायल हुए हैं. रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 200 शवों का दावा किया जाना बाकी है.
अधिकारियों ने बताया कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटनास्थल पर मौजूद थे और तेज गति वाली ट्रेन के गुजरने पर उन्होंने चालकों की तरफ हाथ हिलाया. वैष्णव ने बताया कि अप लाइन और डाउन लाइन पटरियों की मरम्मत का काम रविवार रात को पूरा हो गया.
गौरतलब है कि बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी। इस दुर्घटना में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है. जांचकर्ता तीन ट्रेनों के आपस में टकराने की घटना के पीछे संभावित मानवीय भूल, सिग्नल की नाकामी और अन्य संभावित वजहों की तलाश कर रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बालासोर रेल हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए इस मामले के सभी पहलुओं की जांच की मांग करते हुए सोमवार को कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच से ‘तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं’ की जवाबदेही तय नहीं हो सकती.
उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा कि सीबीआई रेल दुर्घटनाओं की जांच के लिए नहीं है, वह अपराधों की छानबीन करती है.
पूर्व रेल मंत्री खरगे ने आरोप लगाया कि सरकार जवाबदेही तय करने के किसी भी प्रयास को नाकाम करने और लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.