Parliament Session: संसद में विपक्ष के जबरदस्त हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. उन्होने कहा कि "2014 से पहले जमकर घोटाले किए गये और बैंक का खजाना लूटा गया लेकिन 2014 में नीतियों में परिवर्तन के बाद ये हालात है कि भारत के बैंक सर्वाधिक मुनाफा करने वाली बैंक बन गयी है. पहले आतंकी आकर जब चाहे जहां हमला कर सकते थे लेकिन अब स्थिति बदल गई है. उस देश सर्जिकल स्ट्राई करता है. एयर स्ट्राइक करता है और आतंकवाद के आकाओं को सबक सिखाने का काम करता है. अब देश का एक-एक नागरिक जानता है कि अपनी सुरक्षा के लिए भारत कुछ भी कर सकता है."
उन्होने कहा कि धारा 370 की दीवार गिरी, पत्थरबाजी बंद, लोग बढ़चढ़ कर लोकतंत्र में भरोसा कर रहे हैं जम्मू कश्मीर में. उन्होने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों में ये विश्वास पैदा हुआ है ये विश्वास विकास के ड्राइविंग फोर्स का काम किया है.
PM मोदी ने कहा, "कल और आज कई मान्य सदस्यों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। विशेष कर जो पहली बार सांसद बनकर हमारे बीच आए हैं और उनमें से कुछ साथियों ने अपने जो विचार व्यक्त किए, संसद के नियमों का पालन करते हुए किए, उनका व्यवहार ऐसा था जैसे एक अनुभवी सांसद का होता है और इसलिए प्रथम बार आने के बावजूद भी उन्होंने सदन की गरिमा को बढ़ाया है और उन्होंने अपने विचारों से इस परिचर्चा को और अधिक मूल्यवान बनाया है..."
PM मोदी ने कहा कि "लंबे अरसे तक देश ने तुष्टीकरण के शासन के मॉडल को भी देखा और हमने धर्मनिरपेक्षता का जो प्रयास किया वो भी देखा। हम तुष्टीकरण नहीं संतुष्टीकरण के विचार को लेकर चले हैं."
पीएम के भाषण के दौरान वेल में विपक्षी सांसद पहुंचे. इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने नेताओं को चेताया. उन्होने कहा कि ये संसदीय परंपरा नहीं है.