Patiala Violence: पंजाब के पटियाला में हिंदू और सिख संगठनों के लोग जब आमने-सामने आ गए तो पूरा देश सहम गया. 'खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च' के दौरान हुई मामूली कहासुनी देखते ही देखते ईंट-पत्थर और फिर तलवारबाजी तक पहुंच गई. हिंसा का नंगा नाच पटियाला की सड़कों पर दिखाई दिया. जिसे देखकर पटियाला पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.
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आइए 15 बड़े प्वॉइंट्स में समझते हैं पटियाला में हुई धार्मिक हिंसा का पूरा सच-
- खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने शुक्रवार को खालिस्तान स्थापना दिवस मनाने का ऐलान किया था
- शिव सेना (बाल ठाकरे) नाम के स्थानीय हिंदू संगठन ने इसका विरोध करने का फैसला लिया
- हिंदू संगठन ने पटियाला में बिना परमिशन 'खालिस्तानी मुर्दाबाद मार्च' निकाला
- इसके बाद कुछ सिख संगठनों ने हिंदू संगठन के विरोध में बिना पुलिस की इजाजत के अपना प्रोटेस्ट मार्च शुरू किया
- पटियाला के काली माता मंदिर के पास दोनों संगठन में टकराव हुआ
- दोनों संगठनों में विवाद बढ़ा, पत्थरबाजी शुरू हुई और तलवारें चलीं
- पंजाब पुलिस के SHO समेत कुछ लोग हिंसा में घायल हुए
- पुलिस ने 15 राउंड हवाई फायर किए और पूरे पटियाला को छावनी में बदल दिया
- पटियाला काली मंदिर में हिंसा के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया
- पटियाला में हुई हिंसा पर CM भगवंत मान ने DGP संग बड़े अधिकारियों की मीटिंग ली
- CM बोले- पंजाब विरोधी ताकतों को किसी भी कीमत पर शांति भंग नहीं करने दी जाएगी, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा
- 'खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च' निकालने वाले हरीश सिंगला पर एक्शन, शिवसेना (बाल ठाकरे) पार्टी ने उन्हें निष्कासित किया
- इसके बाद हरीश सिंगला को पटियाला पुलिस ने भी हिरासत में लिया
- शिवसेना (बाल ठाकरे) के पंजाब प्रधान योगराज ने इसे पुलिस की लापरवाही बताया
- नवजोत सिद्धू ने कहा- पटियाला की घटना पंजाब सरकार की घोर नाकामयाबी के कारण हुई
- राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने पटियाला में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी
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