गुरूवार को अलग-अलग राज्यों में PFI ठिकानों पर NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी और सदस्यों की गिरफ्तारी से नाराज PFI ने शुक्रवार को केरल बंद का आवाह्न किया और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कई इलाकों में दुकानें बंद दिखीं और कुछ जगहों से हंगामे और तोड़फोड़ की घटना भी सामने आई.
केरल के कोल्लम में बसों पर पथराव किया गया, जिसमें 2 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. तो कोच्चि में प्रदर्शनकारियों ने राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) की बस में तोड़फोड़ की. तिरुवनंतपुरम में भी प्रदर्शनकारियों ने एक ऑटो-रिक्शा और एक कार को कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया.
इस बीच हाईकोर्ट ने 'राज्यव्यापी बंद पर स्वत: संज्ञान लिया और PFI के इस कदम की निंदा की. हाईकोर्ट ने कहा कि कोई भी बिना इजाजत के बंद नहीं बुला सकता है. साथ ही राज्य सरकार से उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा जो इस आदेश का उल्लंघन करें.
कोर्ट ने ये भी कहा कि सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान स्वीकार नहीं किया जा सकता है, और राज्य में हिंसा की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि टेरर फंडिंग और आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने के आरोप में NIA ने गुरुवार को 11 राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापेमारी की और संगठन के 106 लोगों को गिरफ्तार किया. जिसके बाद से ही PFI के सदस्य विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.