कोविड महामारी (COVID-19 Pandemic) के दौरान Dolo 650 कि बिक्री बढ़ाने के लिए डॉक्टरों को दिए गए करीब 1,000 करोड़ से ज्यादा के गिफ्ट के खुलासे ने बाद सरकार सख्त हो गई है. सरकार फार्मा कंपनियों पर फ्री गिफ्ट्स (Pharma Companies Free Gifts) को लेकर लगाम कसने की योजना बना रही है. सरकार फार्मा कंपनियों द्वारा डॉक्टरों को दिए जाने वारे फ्री गिफ्ट पर रोक लगाने के लिए कड़े नियम बनाने की तैयारी में है. इनमें देश-विदेश में घुमाने के नाम पर होने वाली फ्री कॉन्फ्रेंस से लेकर महंगी घड़ियां तक शामिल हैं.
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क्या है सरकार की मंशा ?
दरअसल अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए फार्मा कंपनियां डॉक्टर्स को मंहगे-मंहगे गिफ्ट देकर अपनी दवाएं लिखवाने का काम करती हैं. फार्मा कंपनियों कि इस प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए जो योजना तैयार की जा रही है उसके मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय, डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल्स (Department of Pharmaceuticals) और नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) मिलकर तय करेंगे कि फार्मा कंपनी से किस तरह के तोहफे डॉक्टर्स ले सकते हैं. फिलहाल डॉक्टर्स को फार्मा कंपनियों से मिलने वाले तोहफों को लेकर नियम बने हैं, लेकिन खामियों की वजह से फार्मा कंपनियां अक्सर इन्हें तोड़ देती हैं. इसलिए नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए तरीका खोजना जरूरी है.