Mount Kailash View Point: शिव भक्तों के लिए अच्छी खबर है, अब कैलाश पर्वत के दर्शन लोगों को भारत से ही सकेंगे. इसके लिए उत्तराखंड के लिपुलेख (lipulekh pass) में सड़क का काम शुरू किया जा रहा है. सीमा सड़क संगठन (BRO) ने पिथौरागढ़ (Pithoragarh) के नाभीढांग में केएमवीएन हटस से भारत-चीन सीमा पर लिपुलेख दर्रे तक सड़क की कटाई का काम शुरू कर दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि सड़क का काम पूरा होने के बाद सड़क के साथ-साथ ‘कैलाश व्यू प्वाइंट’ (Kailash view point) तैयार होगा. जहां से भक्त सीधे भगवान शिव के घर यानि कैलाश पर्वत के दर्शन कर सकेंगे.
इतना ही नहीं, सड़क निर्माण के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने के लिए चीन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उत्तराखंड के रास्ते ही तिब्बत में मौजूद कैलाश पर्वत की यात्रा की जा सकेगी. हीरक परियोजना (heerak pariyojana) को भारत सरकार ने ‘कैलाश व्यू प्वाइंट’ विकसित करने की जिम्मेदारी दी है.
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बीआरओ के अधिकारियों के मुताबिक, नाभीढ़ांग में केएमवीएन हटस से लिपुलेख दर्रे तक करीब 6.5 किमी लंबी सड़क को काटने का काम शुरू कर दिया है और अगर मौसम सही रहा तो इसके सितंबर तक पूरा होने की उम्मीद है.
दरअसल, ये बात किसी को पता ही नहीं थी, कि पिथौरागढ़ जिले के नाभीढ़ांग के ठीक ऊपर 2 किलोमीटर ऊंची पहाड़ी से तिब्बत में मौजूद कैलाश पर्वत आसानी से दिखाई देता है. लेकिन जब कुछ स्थानीय लोग ओल्ड लिपुपास की पहाड़ी के ऊपर पहुंचे तो वहां से उन्हें पवित्र कैलाश पर्वत काफी करीब और दिव्य दिखाई दिया.
वास्तविकता का पता लगाने के लिए अधिकारियों की एक टीम जब ऊपर भेजी गई तो उनको भी कैलाश पर्वत के दिव्य दर्शन बहुत आसानी से हो गए. शासन यहां तक भी सड़क निर्माण करा सकता है.