शनिवार को यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई. PM मोदी अब तक आधा दर्जन से अधिक बैठकें यूक्रेन मामले पर ले चुके हैं. भारत सरकार लगातार यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के प्रयास में जुटी हुई है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कैबिनेट में उनके सहयोगी पीयूष गोयल और कई नौकरशाह शामिल हुए. भारत ने यूक्रेन में फंसे नागरिकों के लिए ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की है.
इस कोशिश में चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष तौर पर यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा गया है. भारत ने शनिवार को कहा कि उसका ध्यान सूमी शहर में फंसे लगभग 700 भारतीय छात्रों को निकालने पर है. बता दें कि सूमी इस वक्त रूस के हमले से सबसे ज्यादा प्रभावित है.
विदेश मंत्रालय ने माना कि सूमी संकटग्रस्त है. भारत ने दोनों पक्षों से सीज़फायर की अपील की. भारत ने शेलिंग को लेकर चिंताएं भी जाहिर कीं. खारकीव और सूमी को छोड़कर यूक्रेन से 10,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम सूमी को निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
ये भी पढ़ें: Russia Ukraine War: यूक्रेन ने रूसी विमानों को मार गिराया, पायलट को पकड़ा, देखें VIDEO...