पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर 22 सितंबर को NIA-ED ने ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत छापेमारी की थी. केरल के कोझिकोड से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के मेंबर शफीक पैठ से पूछताछ की है. पूछताछ के बाद अब इस मामले में जांच एजेंसी ने बड़ा दावा किया है. शफीक पायथे के रिमांड नोट में ED ने कहा- पटना में 12 जुलाई को प्रधानमंत्री की रैली में हमले की साजिश की गई थी, जिसके फंडिंग में शफीक पायथे भी शामिल था.
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जांच एजेंसी के पूछताछ में शफीक ने बताया कि इसी साल 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना में रैली थी. ये रैली PFI के टारगेट पर थी. रैली का माहौल खराब करने वाले लोगों को पीएफआई ने ट्रेनिंग भी दी थी. जांच के दौरान ये भी पता चला है कि PFI के एकाउंट में एक साल में करीब 120 करोड़ रुपये डिपॉजिट किए गए थे. इसके साथ ही जितना पैसा अकाउंट में जमा किया गया था उससे दोगुना पैसा कैश के रूप में इक्कठा किया गया था.
खाड़ी देशों से फंडिंग होती थी
ED ने कहा कि PFI को खाड़ी देश से फंडिंग होती है. सभी पैसे हवाला के जरिए आता है. हमने इस साल PFI के 120 करोड़ रुपए जब्त किए हैं. पायथे ने भी 40 लाख रुपए कतर से ट्रांसफर किए थे, जो गैर-कानूनी तरीके से भेजा गया था. वहीं कोच्चि में NIA की ओर से दाखिल एफिडेविट में कहा गया है कि इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए PFI ने युवाओं को लश्कर और ISIS जैसे आतंकी संगठन जॉइन करने के लिए प्रोत्साहित किया.
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गौरतलब है कि पिछले 22 सितंबर को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 15 राज्यों के 93 ठिकानों पर 22 सितंबर को NIA-ED ने ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत छापेमारी की थी. इस एक्शन के दौरान देशभर के कई हिस्सों से 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां केरल से हुईं थीं.