जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के एक प्रकार से अंतिम चरण में पहुंच जाने का दावा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि सरकार आतंकवाद के नेटवर्क को ‘‘नेस्तनाबूद करने के लिए व्यूह रचना’’ के साथ आगे बढ़ रही है.प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात उच्च सदन में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कही.उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में हाल में हुए लोकसभा चुनाव में मतदान के आंकड़ों ने पिछले चार दशक के रिकार्ड को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इस बात को केवल इस तरह नहीं लिया जाना चाहिए कि कोई गया और (ईवीएम का) बटन दबाकर वापस लौट आया.
उन्होंने कहा, ‘‘वह (जम्मू कश्मीर के मतदाता) भारत के संविधान को स्वीकृति देकर आये। (वे) भारत के लोकतंत्र को स्वीकृति देते हैं। (वे) भारत के निर्वाचन आयोग को स्वीकृति देते हैं। यह बहुत बड़ी सफलता है.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशवासी जिस सफलता की प्रतीक्षा कर रहे थे, वह आज इतनी सहजता-सरलता से दिख रही है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में बीते अनेक दशकों में बंद, हड़ताल, आतंकी धमकियां, इधर-उधर धमाके की कोशिशें..एक प्रकार से लोकतंत्र पर ग्रहण बनी हुई थीं.
उन्होंने कहा कि इस बार जम्मू कश्मीर के लोगों ने ‘‘संविधान पर अटूट विश्वास रखते हुए अपने भाग्य का फैसला लिया है।’’ उन्होंने जम्मू कश्मीर के मतदाताओं को विशेष रूप से बधाई दी.प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से हमारी लड़ाई एक प्रकार से अंतिम चरण में है.आतंकवाद के नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने के लिए हम व्यूह रचना के साथ आगे बढ़ रहे हैं.’’
उन्होंने कहा कि बीते दस वर्षों में पहले की तुलना में आतंकवादी घटनाओं में काफी कमी आयी है.उन्होंने कहा कि अब पत्थरबाजी बंद हो गयी है और ऐसी किसी घटना की खबर भी शायद किसी कोने से कभी आ जाए तो आ जाए.
मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद खत्म हो रहा है तथा ‘‘राज्य के नागरिक इसमें हमारी मदद कर रहे हैं और नेतृत्व कर रहे हैं, यह सबसे ज्यादा विश्वास पैदा करने वाली बात है.’’उन्होंने कहा कि आज वहां पर्यटन नये रिकार्ड बना रहा है तथा निवेश बढ़ रहा है.