NIIO Seminar: नेवी और सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स के ज्वाइंट सेमिनार में प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने रक्षा क्षेत्र (Defence Sector) को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि कब तक हम वही हथियार इस्तेमाल करने का रिस्क लेंगे जो दुनिया (World) में बाकी लोगों के पास भी हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जैसा हथियार सामने वाले के पास है वैसा हथियार मैं अपने जवान को नहीं दूंगा. बल्कि हमारे जवानों के पास वो होगा जो दुश्मन ने सोचा भी नहीं होगा. जब तक सामने वाला समझे उससे पहले ही उसका खात्मा हो जाए.
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राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे भी व्यापक
पीएम ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे भी व्यापक हो गए है युद्ध के तौर तरीके भी बदल रहे हैं. अब युद्ध साइबर स्पेस, आर्थिक स्पेस, सामाजिक स्पेस की तरफ बढ़ रहा है. क्रूड ऑयल वेपन में बदल रहा है, हर चीज को वेपन में तब्दील किया जा रहा है. इसलिए हमें भविष्य के मोर्चे के हिसाब से खुद को बदलना है. उन्होंने कहा कि हमें ये सोचना होगा कि हम भारत का डिफेंस सेक्टर आजादी से पहले भी काफी मजबूत हुआ करता था.
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हमने रक्षा क्षेत्र को सरकारी सोच के दायरे में ही रखा- पीएम मोदी
आजादी के समय देश में 18 ऑर्डिनेंस फैक्ट्री थी. दूसरे विश्व युद्ध में रक्षा उपकरणों के हम एक अहम सप्लायर थे. इसके बाद ऐसा क्या हुआ कि हम हथियारों के सबसे बड़े इंपोर्टर बन गए. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहले डेढ़ दशक में हमने नई फैक्ट्री तो बनाई नहीं. पुरानी भी अपनी क्षमता खोती गई. दरअसल दुनिया प्राइवेट सेक्टर पर भरोसा कर रही थी लेकिन हमने रक्षा क्षेत्र को सरकारी सोच के दायरे में ही रखा रहा.