आजादी के 75वीं वर्षगांठ के मौके पर पीएम मोदी (PM Modi) ने लगातार नौवीं बार लाल किले (Red Fort) से राष्ट्र को संबोधित (PM Modi Speech) किया. अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कई बड़ी बातें कही. लेकिन महिलाओं के अपमान के मुद्दे पर भावुक नजर आए. महिलाओं के अपमान का जिक्र करते हुए पीएम ने सख्त संदेश (Strict Message) भी दिया. पीएम ने कहा कि हम लोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में महिलाओं का अपमान करते हैं, जो स्वीकार नहीं है.
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पीएम ने कहा कि मैं लाल किले से अपनी एक पीड़ा से बताना चाहता हूं. मैं इसे कहे बिना नहीं रह सकता. शायद ये लालकिले का विषय नहीं हो सकता. लेकिन मेरे भीतर का दर्द मैं कहां कहूं. आज हमारे अंदर एक विकृति आई है, हमारे बोलचाल में, हमारे व्यवहार में, हमारे कुछ शब्दों में, हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं. नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है. ये सामर्थ्य मैं देख रहा हूं. इन लाइनों को बोलते हुए पीएम मोदी भावुक दिखे, वो कुछ देर के लिए रुक गए.
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अपने भाषण में पीएम ने कहा कि भारत के विकास के लिए महिलाओं का सम्मान महत्वपूर्ण स्तंभ है. हमें अपनी 'नारी शक्ति' का समर्थन करने की जरूरत है. नारी शक्ति हर क्षेत्र में सिरमौर है, बेटियों को ज्यादा अवसर देंगे तो फायदा होगा. पीएम ने कहा कि प्रगति करने वाला हर राष्ट्र के नागरिकों में गहरायी से अनुशासन समाया हुआ है. अगर सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएं तो भारत तेजी से तरक्की करेगा।