झारखंड में सियासी हलचल तेज़ होती जा रही है. बुधवार रात ED की ओर से पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. राज्य में JMM की अगुवाई वाले गठबंधन ने चंपई सोरेन को अगला मुख्यमंत्री नामित कर दिया है, लेकिन झारखंड के राज्यपाल ने अभी सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया गया है. फिलहाल वहां पर सियासी संकट गहराता दिख रहा है और INDIA गठबंधन अपने विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर रहा है.
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सत्तारुढ़ गठबंधन के विधायकों को अब हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. कांग्रेस-JMM का गठबंधन बहुमत में है. नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले कांग्रेस कोटे के चारों मंत्रियों को बदलने की मांग की हो रही है. बताया जा रहा है कि करीब 35 विधायक हैदराबाद भेजे जाएंगे. रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से चार्टर्ड विमान के जरिए विधायक हैदराबाद जाएंगे. विमान लाने की कई कागजी प्रक्रिया पूरी की जा रही है. वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अब कल सुनवाई करेगा.
वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि सरकार के पास 18 MLA काम हैं. बीजेपी सांसद का दावा है कि JMM के पास कुल 30 विधायक हैं.
सत्तापक्ष के विधायकों की संख्या अभी 47 है। इसमें जेएमएम के 29, कांग्रेस के 16, झाविमो में 1, सीपीआई-माले के 1, आरजेडी के 1 और 1 मनोनीत विधायक का समर्थन हासिल है. 82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा सबसे बड़ी पार्टी है. जेएमएम विधायकों की संख्या 29 है. जबकि बीजेपी विधायकों की संख्या 25, कांग्रेस के 16, झारखंड विकास मोर्चा के 2, आजसू पार्टी के 3, सीपीआई-माले के 1, एनसीपी के 1, आरजेडी के 1, दो निर्दलीय और 1 मनोनीत शामिल है। वहीं गांडेय के जेएमएम विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के कारण एक सीट खाली है.