एबीजी शिपयार्ड बैंक धोखाधड़ी (ABG Shipyard Bank Scam) मामले में अब BJP और कांग्रेस खुलकर आमने सामने आ गए हैं. BJP प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मौजूदा सरकार ने अपराध का पता लगाया और उस पर कार्रवाई की. जिस 22,000 करोड़ रुपये के घोटाले की बात कही गई थी, वो 2012 में शुरु हुआ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मार्च 2014 में एबीजी शिपयार्ड के लोन का पुनर्निधारण किया गया.
मौजूदा सरकार ने अपराध का पता लगाया और उस पर कार्रवाई की..यह पहले से ही भारी भ्रष्टाचार के बोझ तले दबी कांग्रेस में लगा एक और पंख है.. कांग्रेस को हमें बताना चाहिए कि सबसे बड़े घोटाले में उसकी क्या भूमिका थी? ऐसा माना जाता है कि कंपनी के प्रमोटरों के कांग्रेस अध्यक्ष के पूर्व राजनीतिक सलाहकार के साथ घनिष्ठ संबंध थे..22,000 करोड़ रुपये का घोटाला 2012 में शुरू हुआ था और मार्च 2014 में यूपीए सरकार के अंतिम दिनों में कंपनी के ऋण का पुनर्गठन किया गया था...एक ऑडिट रिपोर्ट ने 2016 में गलतियों का खुलासा किया और भाजपा सरकार ने इसके खिलाफ कार्रवाई की.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार जनता का पैसा लुटाओ, फिर भगाओ की रणनीति पर काम कर रही है. इसी के तहत लगातार घोटाले हो रहे हैं और आरोपी विदेश भाग रहे हैं. बता दें देश की सबसे बड़ी निजी शिपयार्ड कंपनी एबीजी शिपयार्ड पर सीबीआई ने 22,842 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि कंपनी ने 28 बैंकों के कंसोर्टियम से कर्ज लेकर ये धोखाधड़ी की. इसमें एसबीआई अकेले का हिस्सा 2,468.51 करोड़ रुपये है.
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